"सफाई आधा ईमान है"
इस हदीस को लेकर बस्ती में सफाई के लिए मोहिम छेड़ने की एक कोशिश पिछले कुछ दिनों में आगाज़ ने जोगेश्वरी की बस्ती प्रेम नगर में शुरू की। लोग अपना घर तो साफ़ रखते ही है अपना तन भी पर जब घर से बहार की बात आती है तो वो BMC की ज़िम्मेदारी बन कर ही क्यूँ रह जाती है। आज जब हम अपने घर के आस पास के कचरा कुण्डी को देखते है तो सारा कचरा बहार ही दिखाई देता है कियूं ? ये आगाज़ के लोगों के लिए एक चिंता का विषय बन गया। आगाज़ के सभी सदस्यों ने मिलकर बैनर लगाने का तय किया जिसमे हम लोगों को सफाई के बारे में एक आवाज़ लगायें गे।
यह हम ने कैसे क्या
Sunday, October 4, 2009
Friday, July 24, 2009
आगाज़
आगाज़ क्या है ?
इसका मतलब है, शुरवात।
ये शब्द हमने अपने संस्था के लिए चुना कुछ युवक और युवतियों ने मिल कर इस नाम के साथ अपने सामाजिक कार्य का आगाज़ किया। मनुष्य के जीवन मैं विषय की कोई कमी नही है पर कुछ चीजें इनसान की ज़रूरत बन जाती है। जैसे आरोग्य, शिक्षा, रोज़गार, और पर्यावरण ये ज़िन्दगी के सबसे करीबी विषय है। इनसान के जन्म लेते ही पहला सवाल उसके अच्छे आरोग्य का होता है। अच्छे और कामियाब ज़िन्दगी के लिए दूसरा सवाल उसके अच्छी शिक्षा का होता है, तीसरा सवाल अच्छे सुखी परिवार मैं जीवन के लिए अच्छा रोज़गार बोहत ज़रूरी है। इन सब के बाद अगर इनसान एक अच्छे पर्यावरण मैं नही रहता तो उसका ये सारा जीवन एक शुद्ध वातावरण के बिना ही ख़तम हो जाएगा।
इसका मतलब है, शुरवात।
Monday, July 6, 2009
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